33 सालों बाद एक बार फिर दूरदर्शन पर आप देख पाएंगे रामायण
देश में चल रहे गंभीर बीमारी कोरोना वायरस के कारण पूरे देश को 21 दिन के लिए लॉक डाउन कर दिया गया है। राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भी जनता से अपील की कि कृपया आप घर में ही रहें। जाहिर तौर पर घर में लगातार रहने पर लोगों का झुकाव टेलीविजन की तरफ अधिक हो जाता है और इस संकट की घड़ी में लोगों के मनोरंजन का पूरा ख्याल रखते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने ट्वीट करके जानकारी दी कि 28 मार्च यानी शनिवार से डीडी न्यूज के नेशनल चैनल पर सुबह 9 बजे और रात को 9 बजे रामायण का प्रसारण किया जाएगा।
रामायण के प्रसारण को लेकर लोगों में अब उत्सुकता की लहर दौड़ रही है। लोग 33 साल पुरानी रामानंद सागर की रामायण को देखने के लिए बेताब हैं। जनता की इस मांग पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने ट्वीट कर बताया कि जनता की मांग पर कल शनिवार 28 मार्च से 'रामायण' का प्रसारण पुनः दूरदर्शन के नेशनल चैनल पर शुरू होगा। पहला एपिसोड सुबह 9 बजे और दूसरा एपिसोड रात 9 बजे होगा।
पहली बार कब हुआ था रामायण का प्रसारण ?
बता दें कि पहली बार रामानंद सागर की रामायण का प्रसारण 25 जनवरी 1987 में शुरू हुआ था यानी वर्तमान समय से 33 वर्ष पूर्व उस समय न तो घर घर में टीवी हुआ करता था और न ही बिजली थी। लेकिन रामायण की लोकप्रियता ने लोगों को चुम्बक की तरह अपनी और आकर्षित कर रखा था और दिन के बेहद खास कार्यक्रम की तरह रामायण देखना लोग अपने खास कार्यों की श्रेणी में रखते थे।
रामायण प्रसारण की मुख्य वजह क्या है?
रामायण प्रसारण की मुख्य वजह तो सरकार ने जनता की मांग को बताया है परन्तु हम इसे अनेक पहलुओं से भी देख सकते हैं। इस समय देश में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है और लोग लॉक डाउन की वजह से अपने घरों में ही समय व्यतीत कर रहे हैं। विपत्ति के समय अक्सर लोग भगवान को याद किया करते हैं, कुछ लोग रामायण प्रसारण की मुख्य वजह ये भी बता रहे हैं। इस समय लोगों में मनोरंजन की इच्छा शक्ति भी अपने चरम पर है जिससे रामायण प्रसारण उनकी इच्छा शक्ति पर खरा उतरेगा। साथ ही रामायण एक प्रेरणादायक कथा है जो लोगों को अपने जीवन जीने के अच्छे आयामों का ज्ञान दिलाती है। रामायण में हिन्दू धर्म के मर्यादापुरुषोत्तम श्री राम की कहानी है, जिसमें सभी पात्रों ने अभी किरदारों को बखूबी निभाया है और इसके साथ ही आज के समय में इसका प्रसारण खोई हुई पुरानी संस्कृति को दिखा लोगों को विशेष प्रेरणा देगा।
रामायण प्रसारण की अंतिम तिथि और मुख्य किरदार कौन हैं?
रामानंद सागर की रामायण ने काफी दिनों तक लोगों पर अपने आकर्षण की छाप छोड़ी परन्तु साल 1998 में 31जुलाई को दूरदर्शन पर इसका अंतिम एपिसोड प्रसारित किया गया था। रामानंद सागर की रामायण में अरुण गोविल (राम), दीपिका चिखलिया (सीता) और सुनील लहरी (लक्ष्मण) ने अहम किरदार निभाया था। उनका अभिनय इस प्रकार था कि लोग उन्हें असल जीवन में भी भगवान की उपाधि देने लगे थे और उनकी पूजा करने लगे थे।
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